5 SIMPLE STATEMENTS ABOUT SIDH KUNJIKA EXPLAINED

5 Simple Statements About sidh kunjika Explained

5 Simple Statements About sidh kunjika Explained

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देवी माहात्म्यं चामुंडेश्वरी मंगलम्

[These are typically preliminary stotras that need to be recited just before looking at of Devi Mahatmyam/Chandi/Durga Sapthasathi. Here's it informed that if this kunjika stotram is recited then there is absolutely no should recite all these.]

देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति अष्टमोऽध्यायः

पां पीं पूं पार्वती पूर्णा खां खीं खूं खेचरी तथा ।

देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति एकादशोऽध्यायः

चामुण्डा चण्डघाती च यैकारी वरदायिनी ।

देवी वैभवाश्चर्य अष्टोत्तर शत नाम स्तोत्रम्

दकारादि श्री दुर्गा सहस्र नाम स्तोत्रम्

देवी वैभवाश्चर्य अष्टोत्तर शत नाम स्तोत्रम्

यस्तु कुंजिकया देविहीनां सप्तशतीं पठेत्।

देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति पंचमोऽध्यायः

येन मन्त्र प्रभावेण, चण्डी जापः शुभो भवेत।।

देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति एकादशोऽध्यायः

ग्रहों के अशुभ प्रभाव खत्म हो जाते more info हैं. धन लाभ, विद्या अर्जन, शत्रु पर विजय, नौकरी में पदोन्नति, अच्छी सेहत, कर्ज से मुक्ति, यश-बल में बढ़ोत्तरी की इच्छा पूर्ण होती है.

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